जालंधर (धीरज अरोड़ा) : पंजाब भाजपा के महासचिव डा.सुभाष शर्मा ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में भीतरघात के चलते राज्य को कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में भरी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का ध्यान राज्य पर मंडरा रहे भयानक संकट से निपटने की बजाय असंतुष्टों को अपने पक्ष में राजी करने तथा उनका ध्यान भटकाने से ज्यादा था। अमरिंदर सिंह कोरोना की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित करने वाले समय में उससे निपटने में फेल साबित हुए हैं। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में समय पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के निर्माण में राज्य सरकार की विफलता ने यह संकेत दिया कि मुख्यमंत्री ने महामारी से लड़ाई की बजाय अन्य प्राथमिकताओं को पहल दी। श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा महामारी संकट का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती, लेकिन कोविड-19 के कारण पंजाबियों को दरपेश आ रही समस्याओं के चलते यह निश्चित रूप से सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को संकट की स्थिति में ले जाएगी। शर्मा ने कहाकि कोरोना के विरुद्ध राज्य को सामूहिक रूप से इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है, लेकिन अंदरूनी लड़ाई से जूझ रही कांग्रेस ने पंजाब की स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति को बुरी तरह से कमजोर कर दिया है और पंजाब को देश में सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक बना दिया है।