जालंधर (हितेश सूरी) : डिप्टी कमिश्नर श्री घनश्याम थोरी ने 137 से अधिक निजी अस्पतालों का भौतिक सत्यापन करने के लिए गठित SDM और DDLG के नेतृत्व वाली विभिन्न समितियों के प्रमुखों के साथ बैठक की, जिसमें कोविड मरीजों का इलाज शुरू करने के लिए शामिल होंगे। समितियों ने पहले ही शहर के 137 और निजी अस्पतालों में व्यवस्थाओं और चिकित्सा बुनियादी ढांचे का जायजा लेना शुरू कर दिया है ताकि कोविड को रोका जा सके। श्री थोरी ने बताया कि इन निजी अस्पतालों को जालंधर में कोरोनोवायरस के लेवल -2 और लेवल -3 के मरीजों के इलाज के लिए बुनियादी ढाँचे को अच्छी तरह से जाँचना चाहिए। श्री थोरी ने उन्हें जल्द से जल्द ग्राउंड रिपोर्ट मुहैया कराने को कहा ताकि इन अस्पतालों में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल लेवल -2 और लेवल -3 कोविद के मरीजों के लिए किया जा सके। बेहतर तालमेल के लिए प्रत्येक समिति में एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की और वे संयुक्त रूप से इन अस्पतालों का दौरा करेंगे ताकि पाइप ऑक्सीजन आपूर्ति और वेंटिलेटर से सुसज्जित बेड की पूरी रिपोर्ट तैयार की जा सके ताकि गंभीर मामलों में सर्वोत्तम संभव उपचार की पेशकश की जा सके। डीसी ने कहा कि ये अस्पताल इलाज के लिए पंजाब सरकार द्वारा निर्धारित रेटों के तहत शुल्क लेंगे। श्री थोरी ने SDM गौतम जैन, SDM संजीव कुमार शर्मा, SDM विनीत कुमार, DDLG श्री दरबारा सिंह और अन्य से कहा कि वे किसी भी असुविधा से बचने के लिए इन अस्पतालों और प्रशासन के बीच सुचारू तालमेल सुनिश्चित करें। श्री थोरी ने कहा कि जिला प्रशासन ने कोविद -19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि आक्रामक परीक्षण और कुशल नैदानिक प्रबंधन के माध्यम से प्रारंभिक पहचान और अलगाव के लिए केंद्रित प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और सावधानीपूर्वक स्वच्छता का पालन करने और चेहरे, आंखों और नाक को छूने से बचने की अपील की।