
जालंधर (पंकज/कुंदन) : राज्य में आम आदमी पार्टी(आप) की सरकार ने सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जिसके तहत विजीलैंस ब्यूरों द्वारा नाभा जेल में बंद बहुकरोड़ी भ्रष्टाचार घोटाले के आरोपी विधायक रमन अरोड़ा और कई अन्य नगर निगम के उच्च अधिकारियों पर शिकंजा कसा गया है और साथ ही विजीलैंस ब्यूरों द्वारा भ्रष्टाचार मामलों की गहन जांच की जा रही है। वही विजीलैंस ब्यूरों द्वारा की जा रही जांच के बावजूद भी शहर में तेज़ी से कई इमारतों का अवैध निर्माण बहुत जोरो-शोरो से चल रहा है। बताया जा रहा है कि जालंधर नगर निगम कार्यालय की तरफ जाती सड़क पर फिर से अवैध निर्माण बड़ी तेज़ी से शुरू हो गए हैं।वही दिलकुशा मार्कीट के सामने बैंक ऑफ़ बडौदा के साथ बिल्डिंग का निर्माण भी बड़े जोरो-शोरो से चल रहा है और इसके थोड़ा आगे जाकर प्लाजा चौक के सामने भी इमारतों का अवैध निर्माण तेजी से चल रहा है। वही इतने बड़े स्तर पर हो रहे इमारतों के अवैध निर्माण नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के बिना शुरू नहीं हो सकते है। गौरतलब है कि यह निर्माण शहर के नियमों और कानूनों की उल्लंघना करते हुए हो रहा है, जिससे नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इन इमारतों के निर्माण बिना किसी अनुमति और कानूनी प्रक्रिया का पालन किए हो रहे है, जिससे न सिर्फ नियमों की उल्लंघना हो रही है, बल्कि यह अन्य निर्माणों के लिए भी एक गलत उदाहरण प्रस्तुत कर रहे है। जालंधर नगर निगम को अवैध निर्माणों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। यदि नगर निगम इस दिशा में ईमानदारी से काम करता है, तो ना केवल शहर के निर्माणों की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि निगम को भी आर्थिक लाभ हो सकता है, जिससे शहर का विकास बेहतर तरीके से हो सके।