जालंधर (हितेश सूरी ) भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश सचिव अनिल सच्चर ने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार पंजाब में आई है पंजाब की हालत नशों के कारण खराब हो गई है। नशे के कारण पंजाब के बहुत से नौजवानों की हालत पहले ही बहुत खराब थी ऊपर से जहरीली शराब और आ गई। श्री सच्चर कहा कि पंजाब में जहरीली शराब से मरने वाले उन लोगों की मौत का जिम्मेदार कांग्रेस की कैप्टन सरकार को ही माना जाना चाहिए। गुरु साहब के स्वरूप गुटका साहिब पर हाथ रखकर 1 महीने में पंजाब में से नशा खत्म करने की कसम खाने वाली कैप्टन सरकार आज जहरीली शराब से होने वाली 48 लोगों की मौत पर चुप क्यों है। पंजाब में शराब सिंडीकेट अधिकारी एवं सरकार मिलकर खुद बनाते हैं, जिस कारण पंजाब में शराब की तस्करी हो रही है। यदि संभव हो सके तो पंजाब में गुजरात की तरह शराबबंदी लागू की जानी चाहिए या फिर अफसरों और शराब सिंडीकेट की गुटबंदी को खत्म कर शराब की तस्करी रोकनी चाहिए। कांग्रेस के ही कुछ नेता इस कांड की न्यायिक जांच की बातें कर रहे हैं लेकिन उनसे कोई पूछे कि यदि कैप्टन सरकार ने पहले ही अपनी जिम्मेवारी को समझा होता तो आज यह कांड ना होता और 48 निर्दोष लोगों की मृत्यु ना होती। श्री सच्चर ने कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब के लोगों को टूटी सड़कों से निजात नहीं दिला पाई और भी बहुत से वादे जो जनता से किए थे उन्हें पूरा नहीं कर पाई। यदि पंजाब की कांग्रेस सरकार नशों को पंजाब से खत्म करने के मामले में गंभीर होती तो इन 48 लोगों की मौत को रोक सकती थी। पंजाब में कानून व्यवस्था की हालत बहुत बुरी हो चुकी है। हर तरफ अराजकता का माहौल है और सच्चाई तो यही है कि कैप्टन सरकार पंजाब में बुरी तरह से फेल साबित हुई है।