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⚫368 आतंकवादी और गैंगस्टर है NIA की हिटलिस्ट में : जाली पासपोर्ट के जरिए भाग चुके हैं विदेश, NIA व पंजाब पुलिस करेगी संयुक्त आप्रेशन, NIA ने मांगा पंजाब पुलिस से डाटा
⚫पढिए, विवाद की जड़ कुख्यात आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की अनकही कहानी

जालंधर (योगेश सूरी) : पिछले कुछ वर्षो में फर्जी पासपोर्ट या अन्य गैरकानूनी तरीकों से मोस्ट-वांटेड आतंकवादियों, गैंगस्टरों, तस्करों और कट्टरपंथियों के कनाडा, अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों में भागने के 368 मामले सामने आए हैं l केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA को सौंप दी है l इन अपराधियों का पता करने के लिए अब NIA और पंजाब पुलिस संयुक्त रूप से काम करेगी l फर्जी तरीके से विदेशों में भागे सबसे अधिक अपराधी पंजाब से संबंधित हैं, इसलिए एनआईए ने पंजाब पुलिस ने इन अपराधियों की सूची मांगी है l पंजाब पुलिस भी विभिन्न अदालतों से ऐसे अपराधियों की जानकारी एकत्रित करेगी l

क्या है सारा मामला

कनाडा द्वारा खालिस्तानीयो के समर्थन के बाद खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा l भारत में केंद्रीय एजेंसियों ने विदेश में बैठकर भारत के माहौल को खराब करने वाले गैंगस्टरों-आतंकियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पहले इनकी भारत में संपत्तियां जब्त करने का अभियान चलाया और अब इनकी घेराबंदी के लिए इन्हें डिपोर्ट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।इसी कड़ी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब पुलिस से उन सभी गैंगस्टरों और आतंकियों का डाटा मांगा है जो जाली पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेजों के सहारे इंग्लैंड, अमेरिका और कनाडा सहित कई देशों में छिपे हुए हैं।NIA उन लोगों की तलाश में भी है जिन्होंने इन गैंगस्टरों और आतंकियों को जाली पासपोर्ट बनाकर विदेश भेजने में मदद की थी। यहां से भागने के बाद कई अराजक तत्वों ने विदेशों में जाकर यह कहते हुए राजनीतिक शरण भी ले रखी है कि उन पर भारत में जुल्म ढहाया गया है और भारत खासकर पंजाब में उनकी जान को खतरा है।चंडीगढ़ में शनिवार को NIA ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कोठी को कब्जे में ले लिया।चंडीगढ़ में शनिवार को NIA ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कोठी को कब्जे में ले लिया।केंद्रीय एजेंसी से पंजाब में चलाया जॉइंट ऑपरेशनNIA ने इन पर शिकंजा कसने के लिए पंजाब में पुलिस के साथ मिलकर जॉइंट ऑपरेशन चलाया है। इतना ही नहीं, NIA ने इनकी धरपकड़ के लिए आमजन का भी सहयोग मांगा है। एजेंसी ने गैंगस्टरों-आतंकियों की फोटो जारी कर लोगों से भी जानकारी भी मांगी है।विदेश में बैठे ज्यादातर आतंकियों ने अपनी जाली पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज पंजाब से ही बना रखे हैं। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई, सचिन थापन, रिंकू रंधावा, अर्श डल्ला, बाबा डल्ला, रमन जज, लखबीर सिंह जैसे कई अपराधी हैं जो गलत तरीके से विदेश गए हैं। हाल ही में मारा गया सुक्खा दुन्नोके भी जाली दस्तावेजों के सहारे कनाडा पहुंचा था।सुक्खा दुन्नेके का फर्जी पासपोर्ट बनाने में पुलिस वाले भी शामिल थे। 21 मामलों में वांछित सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ विजिटर वीजा पर विदेश भागा था। हत्या की साजिश रचने वाला लॉरेंस का भाई अनमोल भानु प्रताप के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनाकर विदेश भाग गया था। रिंकू रंधावा भी फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भागा था। अर्शदीप उर्फ ​​डल्ला ने तो फर्जी दस्तावेजों पर कनाडा में PR ही ले ली।

कौन था खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर, खालिस्तान आतंकी की वो कहानी जो आप नहीं जानते होंगे

भारत में विध्वंसक कार्रवाईयों को अंजाम देने वाले कुख्यात खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा l हलांकि भारत सरकार द्वारा पर कनाडा ने भारत पर उंगली उठाई l भारत को जिम्मेदार ठहरायाl वह भारत में मोस्ट वांटेड था व उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित कर रखा था l 3 महीने पहले उसकी 18 जून 2023 को हत्या कर दी गई थी l निज्जर साल 1997 रवि शर्मा के नाम से फर्जी पासपोर्ट के जरिये कनाडा भाग गया था l कनाडा में ही उसने एक महिला से शादी की l उस महिला ने अपने पहले पति को छोड़ दिया था जिसने उसे स्पॉन्सर किया था l बाद में निज्जर को कोर्ट में दायर अपील के आधार पर कनाडा की नागरिकता हासिल की l साल 2014 में निज्जर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ l निज्जर के खिलाफ भारत में दर्जन भर से ज्यादा कत्ल और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर मामले दर्ज हैंl इसके बावजूद कनाडा की सरकार ने निज्जर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तान कमांडर फ़ोर्स के मुखिया गुरदीप सिंह दीपा हेरणवाला का भी एक दम खास था, जो कि साल 1980 से 1990 तक में पंजाब में करीब 200 से ज्यादा हत्याओं में शामिल था l साल 2012 में निज्जर पाकिस्तान भी गया था जहां उसने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के चीफ जगतार सिंह तारा से मुलाकात की थी l वहां जगतार सिंह तारा ने निज्जर को IED ट्रेनिंग दी l साल 2013 में जगतार सिंह तारा ने अमेरिका के रहने वाले हरजोत सिंह बिररिंग नाम के शख्स को कनाडा भेजा था जिसने हैंड-हेल्ड जीपीएस डिवाइस ऑपरेट करने की ट्रेनिंग निज्जर को दी थी l इसके एवज में निज्जर ने जगतार सिंह तारा को 1 मिलियन पाकिस्तानी करंसी भेजी थी l साल 2014 में जगतार सिंह तारा ने निज्जर को पंजाब के डेरा सच्चा सौदा में भी आतंकी हमले के आदेश दिए थे लेकिन उस वक़्त निज्जर को फर्जी नाम से हिंदुस्तान का वीजा नहीं मिल पाया था जिसकी वजह से वो इस साजिश को अंजाम नहीं दे पाया था l साल 2021 में सरे के एक गुरद्वारे में भी अपने भतीजे रघबीर सिंह को डराकर अध्यक्ष बन गया था l साल 2015 में जगतार सिंह तारा के हिंदुस्तान डिपोर्ट किए जाने के बाद हरदीप सिंह निज्जर ने खुद को खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स का ऑपरेशन चीफ घोषित कर दिया l निज्जर सिख फ़ॉर जस्टिस नाम के प्रतिबंधित संगठन से भी जुड़ा था l इसके अलावा उसपर कनाडा में होने वाले खालिस्तानी प्रदर्शनों को लीड करने, डिप्लोमेट को धमकाने जैसे तमाम आरोप हैं l साल 2015 में भी पंजाब में एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए निज्जर ने मनदीप सिंह धालीवाल, सरबजीत सिंह, अनुपवीर सिंह और दर्शन सिंह को ब्रिटिश कोलंबिया में हथियारों और IED की ट्रेनिंग भी दी थी l साल 2020 में निज्जर के इशारे पर ही अर्शदीप डल्ला ने अपने गुर्गों से पंजाब के भटिंडा में मनोहर लाल अरोड़ा और जतिंदरबीर सिंह (बाप-बेटे) हत्याकांड को अंजाम दिया था l साल 2021 में अर्शदीप ने निज्जर के इशारे पर ही निज्जर के पैतृक गांव के एक पुजारी भार सिंह पर गोली चलवाई थीl

आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के सिर पर खालिस्तान का भूत इस कद्र सवार और उसके दिल-दिमाग में हिंदुओं के प्रति इतनी नफरत थी कि उसने अपने गांव के लोगों को भी नहीं बख्शा। सुपारी देकर अपने गुर्गों के माध्यम से गांव के पुजारी की हत्या करवाने से पहले उसने विदेश भागने के लिए जिस रवि शर्मा नामक युवक के नाम पर पासपोर्ट बनवाया था उसकी भी हत्या कर दी थी।सूत्रों के हवाले से पता चला है कि रवि शर्मा का परिवार हरियाणा का रहने वाला था। रवि शर्मा की लाश गांव के सूए (खेतों को जाती छोटी नहर) से मिली था। उसकी हत्या की गई थी। बेटे रवि शर्मा की हत्या के बाद परिवार वापस हरियाणा लौट गया था। भारत का मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर साल 1996 में फर्जी पासपोर्ट पर भारत से कनाडा हिंदू बनकर भागा था।

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