नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2020 की घोषणा कर दी है। इस साल सीबीएसई के 12वीं कक्षा का रिजल्ट 88.78 फीसदी रहा है। छात्र अपना रिजल्ट cbseresults.nic.in पर देख सकते हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बारहवीं कक्षा में सफल हुए विद्यार्थिों को शुभकामनाएं दी हैं। इस साल 10.59 लाख विद्यार्थियों ने बारहवीं कक्षा में सफलता हासिल की है। सीबीएसई के बारहवीं कक्षा के लिए इस साल 1203595 छात्रों में से 1192961 ने परीक्षा दी थी। जिनमें से 1059080 विद्यार्थी पास हुए हैं।
फोन कॉल पर भी पता कर सकते हैं रिजल्ट
यदि वेबसाइट नहीं खुल रही है, तो परेशान न हों। आप अपना रिजल्ट फोन कॉल इन नंबरों 011-24300699, 011-28127030 पर कॉल कर भी पता कर सकते हैं। सीबीएसई ने आईवीआरएस की सुविधा भी दी है। कॉल के दौरान जब पूछा जाए तो मोबाइल में ही अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें। आपको रिजल्ट मिल जाएगा।
पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहा इस वर्ष का रिजल्ट
इस साल का सीबीएसई बारहवीं कक्षा का रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहा है। पिछले साल सीबीएसई के बारहवीं कक्षा का रिजल्ट 83.40 फीसदी रहा था। लेकिन इस साल बारहवीं कक्षा का रिजल्ट पिछले साल से 5.38 फीसदी बेहतर रहा है। इस साल सीबीएसई ने मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है।
डिजिटल होगी मार्कशीट
इस स्टूडेंट्स को डिजिलॉकर के जरिए डिजिटल मार्कशीट दी जाएगी। डिजिलॉकर से मार्कशीट डाउनलोड करने के लिए इसे digilocker.gov.in से डाउनलोड करना होगा। बोर्ड की तरफ से स्टूडेंट्स को डिजिलॉकर क्रेडेंशियल्स एसएमसएस के जरिए दिए हैं। इसका इस्तेमाल कर वे अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं।
लगातार छठी बार लड़कियों ने मारी बाजी
12वीं के नतीजों में लगातार छठी बार लड़कियों ने लड़कों से बाजी मारी है। बोर्ड की परीक्षा में 2014 में आखिरी बार सार्थक अग्रवाल 99.6 प्रतिशत के साथ टॉपर बने थे। इसके बाद से लगातार छह साल से लड़कियां टॉपर हैं। इस बार के रिजल्ट में भी लड़कियां लड़कों से 5.96% से आगे रहीं। लड़कियों का पास पर्सेंटेज 92.15 जबकि लड़कों का पर्सेंटेज 86.19% रहा।
त्रिवेंद्रम को पहला और पटना को आखिरी स्थान
इस साल 12वीं के पास प्रतिशत के आधार पर त्रिवेंद्रम जोन पहले नंबर पर है। वहीं पटना जोन आखिरी स्थान पर रहा है।
- त्रिवेंद्रम – 97.67 प्रतिशत
- बेंगलुरू – 97.05 प्रतिशत
- चेन्नई – 96.17 प्रतिशत
- दिल्ली पश्चिम – 94.61 प्रतिशत
- दिल्ली पूर्व – 94.24 प्रतिशत
- पंचकूला – 92.52 प्रतिशत
- चंडीगढ़ – 92.04 प्रतिशत
- भुवनेश्वर – 91.46 प्रतिशत
- भोपाल – 90.95 प्रतिशत
- पुणे – 90.24 प्रतिशत
- अजमेर – 87.60 प्रतिशत
- नोएडा – 84.87 प्रतिशत
- गुवाहाटी – 83.37 प्रतिशत
- देहरादून – 83.22 प्रतिशत
- प्रयागराज – 82.49 प्रतिशत
- पटना – 74.57 प्रतिशत