
जालंधर (हितेश सूरी) : सोशल मीडीया पर अपने वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट शेयर करने के शौकिन लोगों के लिए एक बड़ी खबर हैl
गृह मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (साइबर दोस्त) पर एक पोस्टर जारी किया हैl जिसमें मंत्रालय ने वैक्सीन लगवाने के बाद सरकार की ओर से जारी किया गया वैक्सीन सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर शेयर करने वालो को सावधान किया है, क्योंकि इससे उनका निजी डाटा लीक हो सकता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है।
इसमें बताया गया कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में नाम, उम्र, लिंग और अगले डोज की तारीख समेत कई अहम जानकारियां होती हैं, जो अपराधियों के लिए मददगार साबित हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार सर्टिफिकेट पर बने क्यू-आर कोड को स्कैन करते ही बाकी की डिटेल भी मिल जाती है। अपराधी फोन कर बात करते हैं और खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर दूसरी डोज लगवाने की बात कहकर व्यक्ति की पहले से बताई निजी जानकारियां उसे बताते हैं। इस तरह यकीन बनाकर उनसे OTP और अन्य निजी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। इस मामले में जालंधर के साइबर क्राइम SP रवि कुमार के अनुसार वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में कई लोगों ने प्रूफ के तौर पर अपना पैन कार्ड जैसा संवेदनशील दस्तावेज दिया होता है। इससे साइबर ठगों के पास फाइनेंशियल डेटा चला जाता है, जिससे वह वित्तीय नुकसान पहुंचाते हैं।